Vishal Ramawat

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THE WORST ANIMAL(HUMAN)-36

कुछ दिन ऐसे ही तहकीकात करते-करते निकल गए थे सभी के घरवालों से मिलने के बाद उन्हें कुछ चीजें को सेम लगी जैसे कि सभी कहीं ना कहीं से आ रहे थे स्कूल से आ रहे थे या कोई कॉलेज से आ रही थी।

कार्तिक एक दिन उसके कॉलेज के बाहर बनी चाय की दुकान के पास बैठा हुआ था वह चाय पी रहा था तभी चाय वाला उसके पास आकर बोला कहां हो बेटा आजकल काफी दिनों से बाद दिखाई दिया कहीं बिजी हो क्या।

कार्तिक को पहले तो अजीब लगा की यह आदमी कभी किसी से बात नही करता है फिर आज यह कैसे बोला। फिर भी वह इस बात को नजरअंदाज करके बोला किसी काम से बाहर गया हुआ था इसलिए कॉलेज नहीं आया तो वह आदमी वापस बोला अच्छा बेटा वैसे तुम्हारी दोस्त के बारे में कुछ पता चला कहां गई वह।

मैंने सुना था किसी के साथ भाग गई है और तुम लोग उसे ढूंढ रहे थे तुम लोगों को कुछ पता चला क्या उसके बारे में।

कार्तिक को उसकी बात सुनकर बहुत गुस्सा आया हो बोला किसने कहा वह किसी के साथ भाग गई है यह सब बातें फिजूल की है वह किसी के साथ नहीं भागी है और मनगढ़ंत बातें करना बंद कर दो।

तभी आदित्य उसे बुलाने आ गया और वह उसके साथ अंदर चला गया।

कार्तिक दिनभर पर बिजी हो गया शाम को जब वह घर गया और खाना खा रहा था तभी उससे कुछ याद आ गया और उसने जल्दी से सभी लोगों को कॉल किया कॉन्फ्रेंस पर और बोला मुझे तुम लोगों को एक बात बतानी है और एक बात पूछनी है पहले यह बताओ तुम लोगों ने किसी को कॉलेज में बताया था कि हम लोग सलोनी को ढूंढ रहे हैं या उसके बारे में पता कर रहे हैं।

सभी ने एक साथ ना बोला फिर कार्तिक कुछ सोचने लगा तो आदित्य बोला क्या हुआ तुम यह सब क्यों पूछ रहे हो।

कार्तिक बोला आज मैं जब अपने कॉलेज के सामने चाय की जो दुकान में बैठा हुआ था तब वहां काम अंकल थे उन्होंने मुझे पूछा यह बात की सलोनी के बारे में कुछ पता चला क्या , तुम लोग उसे ढूंढ रहे थे । जब हम में से किसी ने यह बात किसी को बताई ही नहीं है ना कॉलेज में किसी को पता है कि हम उसके बारे में पता लगा रहे हैं तो यह बात उसको कैसे पता चली।

मौली बोली इसमें इतना सोचने वाली कौन सी बात है हो सकता है कि उन्होंने कोई सुन लिया हो तो कार्तिक बोला नहीं ऐसा नहीं हो सकता। मुझे अंदर से फीलिंग आ रही है कुछ तो गलत है कुछ बातें जो हमारे सामने होते हुए भी हमें दिखाई नहीं दे रही है हम उन चीजों को नजरअंदाज करते हुए जा रहे हैं।

सोचो सोचो तुम लोग भी जरूर कुछ ना कुछ चीजें ऐसी हैं जो हमारे सामने हैं उन चीजों की वजह से ही हम लोग अभी सलोनी तक पहुंच पहुंचें।

आज से उन लोगो ने सलोनी को खोजने की मुहिम शुरू से वापस चालू की थी।

अगले दिन सुबह वो लोग वापस पार्क के लिए निकल गए सबसे पहले वह लोग सलोनी के घर पहुंचे वहां से जिस रास्ते से सलोनी रोजाना जाती थी उसी रास्ते से होते हुए वो लोग धीरे-धीरे पार्क पहुंचे ।

फिर वह पार्क के अंदर गए जा बैठे गार्ड ने उन लोगों को देखा वह बोला बेटा आप लोग वापस आ गए कुछ पता चला उसके बारे में मौली बोली नहीं अंकल अभी नहीं चला उसके बारे में कुछ पता । फिर वह लोग अंदर जाने लगे उनके जाते ही वह गार्ड वहां से उठा और जाने लगा कार्तिक ने पीछे मुड़कर देखा तो उससे कुछ लगा तो वह भी वापस आया उसने जाकर देखा तो कुछ दूरी पर खड़े  जूस वालों के पास जाकर कुछ बात कर रहा था।

पीछे से मौली ने कार्तिक को बुलाया तो कार्तिक वापस उनके पास चला गया पर कार्तिक को कुछ ना कुछ जरूर लग रहा था कि कुछ तो है जो उसे बच रहा है अभी भी। वह अंदर गया आसपास लोगों से एक बार फिर पूछताछ करने लगा बाहर आया तो उसे वापस गार्ड अपनी कुर्सी पर बैठा हुआ दिखाई दिया।

कार्तिक बाहर जाकर एक जूस वाले से बात करनी चाही, उसने उस आदमी से कहा अंकल मुझे किसी के बारे में कुछ पता करना है आप यह फोटो देखे जरा बताइए आपने इसे कहीं देखा था । इस आदमी बिना फोटो को देखे बोला नहीं, जाओ यहां से मेरे पास टाइम नहीं है यहां उसके आसपास कोई भी कस्टमर नहीं था ।

कार्तिक ने थोड़ा जोर देकर पूछा तो उसने सलोनी की फोटो देखी और उसकी आंखें बड़ी हो गई कार्तिक ने यह बात नोटिस की उसके हाथ काप रहे थे आंखें बार-बार हिल रही थी उसने कार्तिक वापस फोन दिया और बोला जाओ यहां से फालतू में मेरा टाइम मत बर्बाद करो मैंने किसी को नहीं देखा यहां ना जाने रोज कितने ही लोग आते हैं क्या हम लोगो को याद रखें फालतू में दिमाग खराब कर दिया।

वह गुस्सा होकर कार्तिक को भगा रहा था पर कार्तिक ने बहुत कुछ चीजें नोट कर ली थी फिर वह दूसरे के पास गया और उससे भी पूछताछ करने लगा तो उसने भी इसी तरह से रिएक्ट किया। यह सब चीजें कार्तिक को कुछ अजीब लग रही थी वहां से चलकर वह लोग वापस आए। वहां पर उन्हे एक सोसाइटी के पास चाय वाले की दुकान दिखाई दी जो सलोनी के घर के बीच वाले रास्ते में थी जहां से सलोनी वापस घर के लिए आती थी पार्क से।

वहां एक सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था कार्तिक ने उसकी रिकॉर्डिंग देखने के लिए बोला तो वह बोलना कैमरा काफी टाइम से बंद है इसके रिकॉर्डिंग ही नहीं होती । कार्तिक बोला लाइट तो लाइट जल रही है तो उस आदमी ने अपने पास रखी हुई कैसी से उसक वायर काट दिया और बोला अब बताओ कहा जल रही है । यह सारी बातें कार्तिक को बहुत खटक रही थी। वह घर आया और दिन भर सभी बातों को नोटिस कर रहा था जैसे बात करने से पहले ही के बारे में कुछ लोगों के पास गया उन लोगों से पूछने की कोशिश किया।

लोग झूठा गुस्सा होने का नाटक कर रहे थे इससे उन्हें कुछ पूछे नहीं उनके उनके  हाथों की कंपन, चेहरे पर घबराहट उनकी उनकी आंखें कुछ और बयां कर रही थी और जुबान कुछ और।

कार्तिक सोच रहा था की इन लोगों को पता तो नहीं है सलोनी के बारे में । यह  लोग  कही सलोनी के गायब होने के पीछे नहीं है । यह लोग कहीं ना कहीं इन सब से जुड़े हुए हैं या कुछ ऐसा जानते हैं जो हमारे लिए जानना जरूरी है अगले दिन कार्तिक में सभी को बुलाया।

कार्तिक बोला मुझे कुछ लोगों पर डाउट है हो सकता है मैं गलत हूं पर अभी मुझे उन लोगों पर पूरा डाउट है तो मैं चाहता हूं कि उन लोगों पर कुछ दिन नजर रखी जाए यहां तो हमें कुछ ऐसा पता चलेगा जो हमारे लिए काम आ जाएगा या यह लोग सही साबित हो जाएंगे और मेरा शक गलत साबित हो जाएगा।

मौली बोली तुम्हें किन लोगों पर शक है कार्तिक बोला मुझे कुछ लोगों पर डाउट है जैसे अपने कॉलेज के सामने वाला चाय वाला , सलोनी के घर के रास्ते में जो दूध वाला है, उस  पार्क के बाहर बैठने वाला गार्ड और वह जो जूस बेचने वाले लोग हैं उन पर उसकी बात काटकर किशोर बोला ऐसे ही एक दो लोग मेरी मोहल्ले में भी है एक रोजाना सब्जी बेचने आते हैं ।

और एक दुकान चलाता है कार्तिक बोला हमें इन सभी लोगों पर एक-एक करके नजर रखनी है अगर यह सभी लोग एक दूसरे को जानते हैं तो हमें इनके बारे में पता लगाना है कि इन लोगों के बीच में क्या कनेक्शन है। क्या यह लोग सलोनी के गायब होने के पीछे है।

अगले दिन से सभी लोग सभी पर नजर रखना शुरू कर देते हैं जैसे कौन क्या कर रहा है। एक-दो दिन तो उन लोगों को कुछ भी खास नहीं लगा सब कुछ नॉर्मल था उन लोगों को लग रहा था कि अब तो हम फालतू टाइम अपना बर्बाद कर रहे हैं इन लोगों के पीछे। यह लोग बेचारे है उन्हे कुछ नहीं पता है ना कुछ जानते हैं और वैसे भी उम्र हो गई है यह लोग ऐसा काम क्यों करेंगे।

पर तीसरे दिन मौली उसके कॉलेज के बाहर जो चायवाला था उस पर नजर रख रही थी। वह एक तरफ एक स्कूटी पर बैठी हुई थी तभी उसकी नजर जाती है कि वह आदमी एक लड़की को कब से घूर रहा था।

मौली ने जब ध्यान से देखा तो उस लड़की ने टाइट जींस पहन रखा था और टाइट टीशर्ट । इस वजह से उसकी इनरवियर दिख रही थी और उस आदमी के चेहरे से हैवानियत साफ झलक रही थी उसकी नजरों से मौली को घिन आने लगी थी । वह अपनी जीभ को अपने होठों पर घुमा रहा था।

उस लड़की के वहां से चले जाने के बाद इस आदमी अपना फोन निकाला और फिर वह उसे लेकर अपनी दुकान के पीछे की तरफ जाने लगा। मौली उसके पीछे पीछे गई। जो उसने देखा उसके बाद  आगे नहीं गई और वापस वहां से कॉलेज के अंदर आ गई।

तभी उसे आदित्य मिला जो उसे ही कब से ढूंढ रहा था वह बोला तुम कब से कहां थी मैं तुम्हें ही ढूंढ रहा था। मौली बोली कहीं नहीं यहीं थी उसे ऐसा खामोश देखकर आदित्य उसका हाथ अपने हाथ में लेकर बोला बताओ क्या हुआ।

मौली बोली मुझे लगा था आदमी वह आदमी बहुत सीधा है इन सब के बारे में कुछ नहीं जानता होगा पर आप मुझे पूरा डाउट है उसे कुछ ना कुछ जरूर पता है क्योंकि अभी कुछ देर पहले मैने जो देखा।

आदित्य  क्या देखा तुमने मौली बोली जो भी देखा बहुत गंदा था पर मैं बता नहीं सकती । आदित्य के बहुत जोर देने पर वह उसे पूरी बात देती है। वह इस लड़की को घूर रहा था और जो वह उसे देखकर कर रहा था।

आदित्य उसे बीच में रोकते हुए बोला तुम उसके पीछे गई थी तुम पागल हो गई हो क्या अगर उसने तुम्हारे साथ कुछ कर लिया होता तो।

मौली उसे रोककर फिर आगे बताने लगी थी वह जब उसके पीछे गई तो वह फोन में कोई वीडियो देखकर गंदी हरकत कर रहा था। वीडियो की आवाज से पता चल रहा था की वह कुछ खराब ही देख रहा था। किसी के चिलाने की आवाज आ रही है और साथ में कुछ लोगो के हसने की भी।

2 दिन और निकले आज संडे था तो कॉलेज बंद था इस वजह से उसके कॉलेज के सामने बने दुकान भी बंद थी और वह सभी लोग पार्क में बैठे हुए थे तभी उन्हें जूस वाला आदमी दिखाई दिया जो तीनों एक साथ जा रहे थे। वह लोग भी उनका पीछा करने लगे तभी  उनके कॉलेज के बाहर वाला  दुकानदार दिखाई दिया और दो और लोग भी थे।

यह सभी लोग आपस में बातें कर रहे थे।

कुछ देर बाद यह लोग वापस कहीं और जाने लगे तो उन लोगों ने वापस उनका पीछा किया। वह लोग आगे जो देखा हैरान रह गया ऐसे ही 5 लोग और खड़े थे। जो उनका इंतजार कर रहे थे सभी लोग एक जगह इकट्ठा हो गए और आसपास नजर घुमाने लगे। जब उन्हें लगा की कोई नहीं दिखाई दिया तो वह सभी लोग एक घर के अंदर चले गए।

वह लोग जब अंदर गए तो वह लोग भी घर के आसपास पहुंचे उन्हें कैसे भी करके अंदर जाना था पर कैसे यह समझ में नहीं आ रहा था । घर के आसपास नजर घुमाई तो उन्हें एक खिड़की दिखाई दी जो बंद होने की वजह से वहां से भी अंदर नहीं जा पाए।

पर उन लोगों को वह अंदर से दिखाई रहे थे जो अंदर आपस में बातें कर रहे थे पर सुनाई कुछ नहीं दे रहा था । हमने तभी उन में से एक ने अपना फोन दिखाया वह किसी लड़की की फोटो थी।

उन लोगों को उस लड़की की फोटो साफ तो दिखाई नहीं दी कि उस फोटो में कौन है पर इतना जरूर बताता है कि यह सभी लोग उस लड़की के बारे में ही बात कर रहे थे तभी वह जिस पत्थर पर खड़े थे हो पत्थर गिर जाता है और एक आवाज होती है इस वजह से अंदर जो खड़े थे उन लोगों को आवाज सुनाई देती है तो अंदर वाले लोग बाहर की तरफ़ भागते है उनके हाथ में गन और चाकू था। मौली के साथ सभी डर गए थे।

कमश:

।। जयसियाराम।।

vishalramawat"सुकून"(जाना)


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3 Comments

Alka jain

01-Mar-2023 06:12 PM

Nice 👍🏼

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Radhika

27-Feb-2023 04:13 PM

Nice

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